अब किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। इसके लिए हरियाणा प्रदेश सरकार ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा नामक पोर्टल लॉन्च किया है। प्रदेश के किसान राज्यव्यापी इस पोर्टल पर 15 सितंबर तक अपनी खरीफ फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवा सकेंगे। फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन करने का कार्य गावों में स्थित सामान्य सेवा केंद्रों के वीएलई (वीलेज लेवल इंटरप्रन्योर) करेंगे जिसके लिए उन्हें सरकार द्वारा 5 रुपये प्रति खेवट की दर से भुगतान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वीएलई के अलावा किसान अपने स्तर पर खुद इंटरनेट के माध्यम से e-disha.gov.in इन पर इस पोर्टल को खोलकर भी अपनी फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है। इस पोर्टल पर आने वाली सूचनाओं को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के साथ साझा किया जाएगा। किसानों द्वारा अपलोड की जाने वाली सूचना किसी अन्य कानूनी क्लेम में प्रयोग नहीं की जा सकेगी। इसके अलावा जमाबंदी संबंधी डाटा भी पटवारियों द्वारा साझा किया जाएगा। इससे किसानों की फसलों की खरीद प्रक्त्रिया आसान हो जाएगी।
उन्होंने सभी वीएलईज को कहा कि वे अपने केंद्रों पर उक्त पोर्टल की जानकारी वाला साइन बोर्ड लगाएं, ताकि किसानों को इस बारे जानकारी हो सके। उन्होंने बताया कि यह कार्य निर्धारित समय अवधि में पूरा किया जाना है, इसलिए सभी वीएलई अपने संबंधित गाव के किसानों को इस पोर्टल पर फसल विवरण दर्ज करवाने बारे प्रेरित करें और 15 सितंबर तक यह कार्य पूरा करें।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने बताया कि खरीफ फसल-2018 के तहत बोई जाने वाली फसलों की जानकारी प्राप्त करने तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र किसानों को देने के लिए प्रदेश सरकार ने राज्य स्तरीय फसल ई-सूचना नामक वैब पोर्टल लॉन्च किया है। यह पोर्टल 15 सितंबर तक खुला रहेगा। इस अवधि के दौरान गावों में कार्यरत वीएलई सभी किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवाएंगे जिसके लिए किसानों को कोई भुगतान नहीं करना है। वीएलई को इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सीधे उसके खाते में भुगतान किया जाएगा।
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उन्होंने बताया कि वीएलई के अलावा किसान अपने स्तर पर खुद इंटरनेट के माध्यम से e-disha.gov.in इन पर इस पोर्टल को खोलकर भी अपनी फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है। इस पोर्टल पर आने वाली सूचनाओं को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के साथ साझा किया जाएगा। किसानों द्वारा अपलोड की जाने वाली सूचना किसी अन्य कानूनी क्लेम में प्रयोग नहीं की जा सकेगी। इसके अलावा जमाबंदी संबंधी डाटा भी पटवारियों द्वारा साझा किया जाएगा। इससे किसानों की फसलों की खरीद प्रक्त्रिया आसान हो जाएगी।
ई-सूचना / मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल
उन्होंने कहा कि किसान अपने फसलों का ब्यौरा उक्त पोर्टल पर दर्ज करवाएं, इसके लिए किसानों की सुविधा के लिए गाव में कार्यरत सामान्य सेवा केंद्रों के वीएलई को आदेश दिए गए हैं कि वे इस कार्य में किसानों की नि:शुल्क मदद करेंगे। किसान चाहे तो घर बैठे भी इस पोर्टल पर जाकर अपने फसल का विवरण दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार सामान्य सेवा केंद्रों को इस सेवा के बदले पर खेवट 5 रूपये का भुगतान करेगी।उन्होंने सभी वीएलईज को कहा कि वे अपने केंद्रों पर उक्त पोर्टल की जानकारी वाला साइन बोर्ड लगाएं, ताकि किसानों को इस बारे जानकारी हो सके। उन्होंने बताया कि यह कार्य निर्धारित समय अवधि में पूरा किया जाना है, इसलिए सभी वीएलई अपने संबंधित गाव के किसानों को इस पोर्टल पर फसल विवरण दर्ज करवाने बारे प्रेरित करें और 15 सितंबर तक यह कार्य पूरा करें।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने बताया कि खरीफ फसल-2018 के तहत बोई जाने वाली फसलों की जानकारी प्राप्त करने तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र किसानों को देने के लिए प्रदेश सरकार ने राज्य स्तरीय फसल ई-सूचना नामक वैब पोर्टल लॉन्च किया है। यह पोर्टल 15 सितंबर तक खुला रहेगा। इस अवधि के दौरान गावों में कार्यरत वीएलई सभी किसानों की फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवाएंगे जिसके लिए किसानों को कोई भुगतान नहीं करना है। वीएलई को इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सीधे उसके खाते में भुगतान किया जाएगा।
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